.(29 मई 2022) पञ्चषष्ठिः (65) अंक साप्ताहिक.. |
(प्रकाशक : श्री ५ नवतनपुरी धाम, जामनगर) (फोन - 0288-272829 मोबाईल - 8511226600)
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प्रकटवाणी
श्री कृष्ण प्रणामी धर्माचार्य अनंतश्री विभूषित
जगद्गुरु आचार्य श्री कृष्णमणिजी महाराज
(गतांक चतुःषष्ठिः से आगे........)
सुन्दरसाथजी ! यह विचारणीय है कि ऐसी चमत्कारपूर्ण घटनाएँ यदा-कदा घट जाती हैं । वह हमारे मनको आकृष्ट करनेके लिए होती हैं । कहते भी हैं, जहाँ चमत्कार वहाँ नमस्कार । किन्तु ये सारी घटनाएँ अस्थायी होती हैं और इनके द्वारा बना हुआ विश्वास भी अस्थायी ही होता है । स्वयंको, अपने धनीको और धामको पहचाननेके लिए स्थायी सम्पत्ति तो तारतम ज्ञान ही हैं । जिनको इस ज्ञानके द्वारा पहचान होगी उनको सदैव परम धाम दिखने लगेगा । इसलिए यह समझना चाहिए कि ऐसी घटनाओंसे भी विशेष तो तारतम ज्ञान पर विचार करना ही है । उसीसे हमारी पहचान स्थायी बनेगी । चमत्कारपूर्ण घटनाएँ तो कभी किसी कारणवश घट जाती हैं । वह जिस कार्यके लिए और जितने समयके लिए घटती हैं उतने तक ही सीमित रहती हैं । समय पूरा होते ही उनका असर भी पूरा हो जाएगा । ऐसी घटनाएँ अस्थायी होती हैं । जिसके लिए ऐसी घटनाएँ घटी हैं वह हम समझ नहीं पायेंगे और मात्र भावावेशमें बह जायेंगे तो कभी अनर्थ भी हो जाता है । इसलिए ऐसी घटनाओं पर सभीको सावधान रहना होता है । इन चमत्कारोंका दुरुपयोग नहीं करना चाहिए । जो दुरुपयोग करेगा उसे पछताना पड़ेगा । श्री लालदासजीने वीतकमें लक्ष्मीदासकी हंसीका उल्लेख किया है । लक्ष्मीदासजीको श्री राजजीके दर्शन अवश्य हुए हैं किन्तु वे उसको लेकर स्वयंको श्री प्राणनाथजीसे भी श्रेष्ठ समझने लगे । इसीलिए उनकी हंसी हुई । श्री राजजीकी कृपा पर किसीको भी अहंकार नहीं होना चाहिए । श्री राजजीकी कृपा अहंकार बढ़ानेके लिए नहीं है वह तो प्रेम बढ़ानेके लिए होती है । यह समझ भी तारतम ज्ञानसे ही संभव है । इसलिए तारतम ज्ञानको स्थायी कहा है । इससे प्राप्त समझ ही स्थायी रह सकती है । सद्गुरुजीके मुखारविन्दसे यह स्पष्टीकरण सुनकर श्री गांगजीभाईका मन हर्षित हुआ । उनके शरीरके रोम रोम हर्षित हुए । यथा,
तब गांगजी भाई पायो मन उछरंग, किए क्रतब अति घने रंग ।
सनेहसों सेवा करी जो अत, पेहेचानके धामधनी हुए गलित ॥
साथसों हेत कियो अपार, सुफल कियो अपनो अवतार ॥
सद्गुरुके ज्ञानसे हृदय प्रकाशित होने पर श्री गांगजीभाईको अत्यन्त प्रसन्नताका अनुभव हुआ उनका शरीर रोमाञ्चित हुआ, उनके अंग अंग पुलकित हुए । तब उन्होंने स्वयंको सद्गुरुके चरणों में समर्पित किया । अपनी सम्पत्ति भी अर्पित कर दी । सच्चे शिष्यकी भांति उन्होंने अपना कर्त्तव्य निभाया । उन्होंने सद्गुरुकी सही पहचान कर उनकी पूर्ण सेवा की । उनका हृदय द्रवीभूत हो गया । वे सद्गुरुकी आज्ञा पर चलने लगे । सुन्दरसाथकी भी उन्होंने प्रेमसे सेवा की । इस प्रकार उन्होंने अपना जीवन धन्य बनाया ।
(क्रमश........)
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इस सप्ताहमें प्राप्त विविध सेवायें - रसोई (भोजन भंडारा) की सेवा, अल्पाहारकी सेवा, साप्ताहिक पारायण - गोटा पारायण तथा अखण्ड पारायणकी सेवा एवं अन्य सेवाएं
1. हिपावडली - धर्मप्रेमी सुन्दरसाथ श्री राणाभाई रामजीभाई कपोपराकी ओरसे दिनांक 22/05/2022 को श्री 5 नवतनपुरी धाममें पक्की रसोईकी सेवा (रु.18,024/-) प्राप्त हुई है । धन्यवाद ।
2. राजकोट - धर्मप्रेमी सुन्दरसाथ श्री मितेशभाई कांतिभाई पटाडियाकी ओरसे परमधामवासी श्री लालजीभाई गोकुलभाई पटाडियाकी स्मृतिमें दिनांक 22/05/2022 को श्री 5 नवतनपुरी धाममें फिक्स रसोईकी सेवा प्राप्त हुई है । धन्यवाद ।
3. राजस्थान - धर्मप्रेमी सुन्दरसाथ श्रीमती लक्ष्मीबेन गणेशलाल साल्वीकी ओरसे दिनांक 22/05/2022 को श्री 5 नवतनपुरी धाममें गोटा पारायणकी सेवा प्राप्त हुई है । धन्यवाद ।
4. जामगर - धर्मप्रेमी सुन्दरसाथ श्रीमती किशोरीबेन अनंतराय मेहताकी ओरसे दिनांक 22/05/2022 को श्री 5 नवतनपुरी धाममें साप्ताहिक पारायणकी सेवा प्राप्त हुई है । धन्यवाद ।
5. राजकोट - धर्मप्रेमी सुन्दरसाथ श्री नटवरलाल मीठाभाई कोराटकी ओरसे दिनांक 24/05/2022 को श्री 5 नवतनपुरी धाममें सादी रसोईकी सेवा प्राप्त हुई है । धन्यवाद ।
6. कणजरी- धर्मप्रेमी सुन्दरसाथ श्रीमती जल्पाबेन ध्रुतिमान शुक्लकी ओरसे परमधामवासी हरिशचन्द्र शुक्लकी स्मृतिमें दिनांक 25/05/2022 को श्री 5 नवतनपुरी धाममें गोटा पारायणकी सेवा एवं फिक्स रसोईकी सेवा प्राप्त हुई है । धन्यवाद ।
7. राजकोट - धर्मप्रेमी सुन्दरसाथ श्री अर्जुनभाई मुकेशभाई ठुम्मरकी ओरसे दिनांक 25/05/2022 को श्री 5 नवतनपुरी धाममें गोटा पारायणकी सेवा एवं सादी रसोईकी सेवा प्राप्त हुई है । धन्यवाद ।
8. घरौंडा (करनाल) - धर्मप्रेमी सुन्दरसाथ श्रीमती उषा राणाकी ओरसे परमधामवासी श्रीमती दयावती राणाकी स्मृतिमें दिनांक 25/05/2022 को श्री 5 नवतनपुरी धाममें सादी रसोईकी सेवा प्राप्त हुई है । धन्यवाद ।
9. उना - धर्मप्रेमी सुन्दरसाथ श्री सरमनभाई विरमभाई नंदाणियाकी ओरसे दिनांक 25/05/2022 को श्री 5 नवतनपुरी धाममें गोटा पारायणकी सेवा प्राप्त हुई है । धन्यवाद ।
10. जूनागढ - धर्मप्रेमी सुन्दरसाथ श्री जगदीशभाई त्रिभुवनभाई जोबनपुत्राकी ओरसे दिनांक 26/05/2022 को श्री 5 नवतनपुरी धाममें पक्की रसोईकी सेवा (रु. 15,015) प्राप्त हुई है । धन्यवाद ।
11. ललितपुर (नेपाल) - धर्मप्रेमी सुन्दरसाथ श्रीमती पवित्रा थापाकी ओरसे उनके सुपुत्र श्री रविन थापाके जन्मदिनके अवसर पर दिनांक 26/05/2022 को श्री 5 नवतनपुरी धाममें मेहेर सागर पाठकी सेवा, गोटा पारायणकी सेवा एवं फिक्स रसोईकी सेवा प्राप्त हुई है । धन्यवाद ।
12. जामनगर - धर्मप्रेमी सुन्दरसाथ श्रीमती चन्द्रिकाबेन प्रभुलाल कपराकी ओरसे परमधामवासी महेशभाई प्रभुलाल कपराकी स्मृतिमें दिनांक 27/05/2022 को श्री 5 नवतनपुरी धाममें पक्की रसोईकी सेवा (रु. 21,286) प्राप्त हुई है । धन्यवाद ।
13. मेंदरडा - धर्मप्रेमी सुन्दरसाथ श्री नरेन्द्रभाई किशोरभाईकी ओरसे परमधामवासी श्रीमती हेमीबेन खीमानन्दभाई सोलंकीकी स्मृतिमें दिनांक 27/05/2022 को श्री 5 नवतनपुरी धाममें गोटा पारायणकी सेवा एवं फिक्स रसोईकी सेवा प्राप्त हुई है । धन्यवाद ।
14. मुम्बई - धर्मप्रेमी सुन्दरसाथ श्रीमती साधनाबेन चेतनभाई ठक्करकी ओरसे परमधामवासी चेतनभाई नरोत्तमदास ठक्करकी स्मृतिमें दिनांक 27/05/2022 को श्री 5 नवतनपुरी धाममें गोटा पारायणकी सेवा एवं कायमी राजभोगकी सेवा प्राप्त हुई है । धन्यवाद ।
15. वडोदरा - धर्मप्रेमी सुन्दरसाथ श्री प्रशांत कांतिलाल भावसारकी ओरसे दिनांक 27/05/2022 को श्री 5 नवतनपुरी धाममें राजभोगकी सेवा एवं गोटा पारायणकी सेवा प्राप्त हुई है । धन्यवाद ।
16. कोलकता - धर्मप्रेमी सुन्दरसाथ श्री ईश्वरभाई हरिभाई पटेलकी ओरसे दिनांक 28/05/2022 को श्री 5 नवतनपुरी धाममें पक्की रसोईकी सेवा (रु. 21,492) प्राप्त हुई है । धन्यवाद ।
17. निकोडा - धर्मप्रेमी सुन्दरसाथ श्री कमलेशभाई विठ्ठलभाई पटेलकी ओरसे दिनांक 28/05/2022 को श्री 5 नवतनपुरी धाममें गोटा पारायणकी सेवा एवं पक्की रसोईकी सेवा (रु. 14,795) प्राप्त हुई है । धन्यवाद ।
18. अहमदाबाद - धर्मप्रेमी सुन्दरसाथ श्री कौशिककुमार रमेशभाई नाकराणीकी ओरसे दिनांक 28/05/2022 को श्री 5 नवतनपुरी धाममें गोटा पारायणकी सेवा प्राप्त हुई है । धन्यवाद ।
स्मरणीय भोजन सेवा
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कोई भी सुन्दरसाथ स्वयंके अथवा अपने परिवारजनोंके जन्म दिनकी खुशीमें, किसी शुभ कार्यकी सफलताके लिए, अपने पूर्वजोंकी स्मृतिमें या अन्य किसी भी प्रयोजनके लिए श्री ५ नवतनपुरीधाममें इसी प्रकार रसोई, पारायण आदिकी सेवा प्रदान कर श्री राजश्यामाजीकी कृपा प्राप्त कर सकते हैं । आपको विदित हो कि श्री 5 नवतनपुरी धाममें स्थायी रूपसे रहने वाले साधु, सन्त, विद्यार्थियोंके साथ साथ दूर-दूरसे दर्शनार्थ आने वाले सुन्दरसाथ भी भोजन प्राप्त करते हैं । |
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श्री तारमसागर पारायण श्री ५ नवतनपुरीधाम संपूर्ण सुन्दरसाथका गुरुस्थान है । यहाँ पर अपनी या अपने परिवारकी जन्म तिथिमें, पूर्वजोंकी पुण्यतिथिमें, किसी कार्यकी सफलताके लिए, किसीभी अन्य शुभ प्रसंगमें साप्ताहिक पारायण, अखण्ड पारायण एवं एक दिवसीय सामूहिक पारायण करवा कर कोई भी सुन्दरसाथ श्री राजश्यामाजीकी कृपा, श्री 5 नवतनपुरी धाम तथा परम पूज्य आचार्य महाराजश्रीके आशीर्वाद प्राप्त करते हैं । जो सुन्दरसाथ प्रत्यक्ष रूपसे यहाँ पर उपस्थित नहीं हो सकते हैं उनके लिए सन्तजन तथा सुन्दरसाथ मिलकर पारायण करते हैं और उनकी ओरसे श्री राजजीसे प्रार्थना भी करते हैं ।
ध्वजारोहण अनेक सुन्दरसाथ ध्वजारोहण, रसोई आदिकी सेवा नियमित करते हैं । श्री 5 नवतनपुरी धाममें ध्वजारोहणकी सेवा भी महत्त्वपूर्ण मानी जाती है ।
गौशालाकी सेवा |